मंगलवार, 28 अक्टूबर 2025

ऑपरेशन से पहले सोचिए – क्या सच में Knee Replacement ज़रूरी है ?

 “ऑपरेशन से पहले सोचिए – क्या सच में Knee Replacement ज़रूरी है?” शीर्षक पर बहुत विस्तृत नोट्स लिखने जा रहा हूँ — जो मरीजों, डॉक्टरों और आम लोगों के लिए पूरी जागरूकता के रूप में काम आयेगा 👇

🦵 ऑपरेशन से पहले सोचिए – क्या सच में Knee Replacement ज़रूरी है?
          आज के समय में घुटनों के दर्द (Knee Pain) की समस्या बहुत आम हो चुकी है। 40 की उम्र के बाद लगभग हर तीसरा व्यक्ति घुटनों में दर्द की शिकायत करता है। डॉक्टर से सलाह लेते ही अक्सर मरीज को एक ही बात सुनने को मिलती है – “अब तो घुटना बदलवाना ही पड़ेगा।”
        लेकिन क्या हर दर्द का समाधान केवल Knee Replacement Surgery है? क्या बिना सर्जरी के भी राहत मिल सकती है? आइए, इसे समझते हैं विस्तार से।

🔹 1. हर दर्द “Replacement” नहीं मांगता—

      अक्सर डॉक्टर एक्स-रे देखकर तुरंत कहते हैं कि—

 “आपके घुटने घिस चुके हैं” या “Cartilage खत्म हो गया है”

लेकिन यह पूरी सच्चाई नहीं होती।
कई बार दर्द की जड़ मसल्स की कमजोरी, Joint Stiffness, या Incorrect Movement Pattern होती है। ऐसे मामलों में ऑपरेशन नहीं, बल्कि सही Physiotherapy और Lifestyle Modification से ही पूरी राहत मिल सकती है।

🔹 2. दर्द का कारण समझना जरूरी है—
         कई बार दर्द घुटने के अंदर से नहीं, बल्कि जांघ, कूल्हे या रीढ़ (spine) से भी आ सकता है। ऐसे में अगर असली कारण समझे बिना ऑपरेशन कर दिया जाए तो घुटना बदलने के बाद भी दर्द बना रहता है। इसलिए ऑपरेशन से पहले हमेशा एक सक्षम Physiotherapist या Musculoskeletal Specialist से मूल्यांकन (Assessment) ज़रूर कराएं।

🔹 3. जब Surgery की ज़रूरत होती है—
कुछ मामलों में घुटना बदलवाना सच में ज़रूरी हो सकता है, जैसे कि –
🔸जोड़ों में गंभीर विकृति (Severe Deformity)
🔸चलने या खड़े होने में असमर्थता
🔸Joint पूरी तरह जाम (Stiff) हो जाना
🔸दवाओं, एक्सरसाइज और Physiotherapy से कोई सुधार न होना

ऐसे मामलों में सर्जरी राहत दे सकती है, लेकिन तभी जब सभी विकल्पों को आजमाने के बाद निर्णय लिया जाए।

🔹 4. सर्जरी के बाद की असली कुंजी – Physiotherapy—
      अधिकांश लोग सोचते हैं कि घुटना बदलवाने के बाद सब कुछ अपने आप ठीक हो जाएगा। लेकिन सच्चाई यह है कि सर्जरी के बाद 80% सफलता Physiotherapy पर निर्भर करती है। अगर Rehabilitation सही समय पर और सही तरीके से नहीं किया गया तो –
❗घुटने में जकड़न (Stiffness) बनी रहती है,
❗चलने में दर्द हो सकता है,
❗नए जोड़ों की उम्र कम हो जाती है।
इसलिए ऑपरेशन से पहले ही Physiotherapist से संपर्क करना जरूरी है, ताकि Surgery के बाद की Recovery Planning पहले से तय हो सके।

🔹 5. सर्जरी से पहले Physiotherapy क्यों जरूरी है?
       जिस तरह एक खिलाड़ी मैच से पहले प्रैक्टिस करता है, उसी तरह ऑपरेशन से पहले Physiotherapy से शरीर तैयार होता है। इसे Prehabilitation कहा जाता है।
इसके लाभ हैं:
✊🏻मसल्स की ताकत बढ़ती है
✊🏻जोड़ों की लचीलापन सुधरता है
✊🏻सर्जरी के बाद रिकवरी तेज होती है
✊🏻दर्द और सूजन जल्दी कम होते हैं

🔹 6. गलतफहमी से बचें – “घुटना बदलवाना आसान है”—
      आज अस्पतालों और मीडिया के विज्ञापन “1 दिन में नया घुटना” जैसी बातें करके लोगों को आकर्षित करते हैं। लेकिन यह आधा सच है। किसी भी सर्जरी के बाद शरीर को पुनः सामान्य होने में समय लगता है। अगर व्यक्ति अपनी मांसपेशियों, चाल और संतुलन पर काम नहीं करता, तो नया घुटना भी पुराने जैसा ही दर्द देने लगता है।

🔹 7. डॉक्टर और Physiotherapist की संयुक्त सलाह लें—
       सबसे अच्छा निर्णय तब होता है जब आप अपने Orthopedic Surgeon और Physiotherapist दोनों से बात करते हैं। जहाँ सर्जन आपको मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर मार्गदर्शन देता है, वहीं Physiotherapist आपके शरीर की कार्यक्षमता (Functionality) को समझकर बताता है कि क्या बिना ऑपरेशन सुधार संभव है या नहीं।

🔹 8. सच्चाई यह है...
      कई शोध बताते हैं कि Knee Replacement Surgery के 60–70% मरीजों को सर्जरी की वास्तविक आवश्यकता नहीं होती। उन्हें सही व्यायाम, वजन नियंत्रण, Posture Correction, और नियमित Physiotherapy से ही आराम मिल सकता था।
इसलिए जल्दबाज़ी न करें —
पहले शरीर को मौका दें कि वह खुद को ठीक कर सके।

🧠 निष्कर्ष (Conclusion)—
       घुटना बदलवाना कोई छोटी बात नहीं है। यह एक बड़ी सर्जरी है, जिसमें खर्च, दर्द और समय – तीनों लगते हैं। अगर सही समय पर सही फिजियोथेरेपी की जाए, तो कई बार सर्जरी की ज़रूरत ही नहीं पड़ती। इसलिए किसी भी निर्णय से पहले सोचिए, समझिए और अपने Physiotherapist से सलाह लीजिए।
क्योंकि –
👉 हर दर्द का इलाज ऑपरेशन नहीं, सही समझ और सही मार्गदर्शन है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें